इमरान खान . (फाइल फोटो)
पाक के पीएम इमरान खान ने कहा कि इस्लाम में पर्दे की व्यवस्था इसलिए है ताकि महिलाओं को लोगों की बुरी नजरों से बचाया जा सके.
खान ने कहा, ‘इस्लाम में पर्दे की व्यवस्था इसलिए है ताकि महिलाओं को लोगों की बुरी नजरों से बचाया जा सके.’ इंटरव्यू के दौरान टीवी पर एक शख्स ने इमरान से पूछा कि देश में बच्चों और महिलाओं पर बढ़ रही यौन हिंसा को रोकने के लिए उनकी पार्टी की सरकार क्या कर रही है. इस पर इमरान ने कहा कि कुछ मुद्दों का हल कानून के रास्ते नहीं हो सकता है. समाज को खुद अश्लीलता से बचना होगा. रेप और यौन हिंसा का अपराध समाज में कैंसर की तरह फैल रहा है.
इमरान की पूर्व पत्नी ने क्या कहा?
इमरान के इस बयान पर जेमिमा ने टिप्पणी में कहा, ‘जिम्मेदारी मर्दों पर है.’ उन्होंने लिखा, ‘ऐसे जुर्म रोकने का जिम्मा पुरुषों पर है.’ उन्होंने कुरान की उस आयत का भी जिक्र किया जिसमें पुरुषों से निजी अंगों पर काबू रखने की बात कही गई है.
खान के बयान पर सैकड़ों लोगों ने ऑनलाइन बुधवार को एक बयान पर हस्ताक्षर करते हुए पाक पीएम की टिप्पणियों को ‘तथ्यात्मक रूप से गलत, असंवेदनशील और खतरनाक’ करार दिया. पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग, एक स्वतंत्र अधिकार प्रहरी ने कहा कि मंगलवार को इमरान खान की टिप्पणियों से लोग ‘भयभीत’ हैं. संस्था ने एक बयान में दावा किया कि पाक पीएम की टिप्पणी रेप पीड़िताओं को ही आरोपी के तौर पर दिखाती है.
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