Patna: बिहार में इंतजार खत्म हुआ और साल भर बाद वैसे स्कूल जहां क्लास एक से पांच तक की पढ़ाई होती है. वहां बच्चे ऑफलाइन यानि आमने सामने बैठकर पढ़ाई करेंगे. बिहार में 4 जनवरी को क्लास 9-12 तक की पढ़ाई शुरू कराई गई और फिर 8 फरवरी से क्लास 6-8 की ऑफलाइन पढ़ाई (Offline research) शुरू हुई.
सरकारी दिशा-निर्देश मेँ सफाई से संबंधित निर्देश के पालन का जिक्र है. Sanitisation, हैंडवाश (Handwash) सहित दूसरे इंतजाम करने को कहा गया है. इसके बाद राजधानी के निजी स्कूलों में साफ सफाई शुरू करा दी गई. क्लास रूम का Sanitisation और चुकी बच्चे साल भर बाद स्कूल आ रहे हैं.
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लिहाजा, स्वागत के लिए गुब्बारे भी लगाए गए हैं. राजधानी के स्कॉलर्स अबोर्ड स्कूल (Scholars Abroad School) में भी कोरोना गाइडलाइन्स का ध्यान रखा गया है. स्कूल के प्रिंसिपल राहुल सिंह के मुताबिक, सभी तरह के मानकों का पालन होगा. बच्चे साल भर बाद आ रहे हैं. लिहाजा वो संक्रमण मुक्त माहौल मेँ पढ़ें, यही कोशिश रहेगी.
दरअसल, पिछले साल सब जब मार्च मेँ कोरोना की दस्तक हुई तो Lockdown के कारण सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया, लेकिन अब जबकि बिहार मेँ कोरोना की शिकायत कम हो रही है.
शिक्षा विभाग ने धीर-धीरे स्कूलों को खोलने का फैसला किए. पहले सीनियर सेकेंडरी, फिर सेकेंडरी और अब प्राइमरी स्कूलों को 1 मार्च से खोल दिया जाएगा. शिक्षा विभाग के प्रवक्ता अमित कुमार के मुताबिक, जब बिहार में पिछले महीने स्कूलों को खोला गया तो बड़ी कोई शिकायत कोरोना से जुड़ी नहीं आई. लिहाजा, विभाग ने स्कूलों को खोलने का फैसला लिया है.
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हालांकि पूरी उम्मीद है कि बच्चे हसते गाते स्कूल आएंगे और जायेंगे. आइये जानते हैं कि किस तरह के दिशा निर्देश स्कूलों को दिए गए हैं. बिहार में सरकारी स्कूल क्लास एक से पांच तक की संख्या 70,000 है और निजी स्कूलों की संख्या क्लास एक से पांच तक 20,000 है.
दिशा निर्देश:-
– पचास फीसदी कैपेसिटी के साथ छात्र स्कूल आएंगे.
– पहले दिन पहले पचास फीसदी तो दूसरे दिन पचास फीसद छात्र आएंगे.
– साफ सफाई की सुविधा यानि डिजीटल थर्मामीटर, Sanitizer, साबून या हैंडवाश की सुविधा रहेगी.
– छात्रों की बीच छह फ़ीट की दूरी रहेगी.
– स्कूल के सभी इंटर और एग्जिट पॉइंट स्कूल खुलने और बंद होने के समय खुले रहेंगे.
– जिन स्कूलों में दाखिला अधिक है वहां दो शिफ्ट में स्कूल
– स्कूलों में असेंबली होगी लेकिन वो अलग अलग रहेगी.
– स्कूल कैंपस की सफाई रोजाना होगी.
– जीविका द्वारा तैयार दो दो मास्क सभी सरकारी स्कूलों मेँ दी जाएगी.
– जिन स्कूलों मेँ परिवहन की व्यवस्था है उसे दिन मेँ दो बार साफ किया जायेगा.
तकरीबन साल भर बाद बिहार में प्राथमिक विद्यालय बच्चों की खिलखिलाहट से गूंजने लगेंगे. स्कूलों में घंटी बजेंगी और करीब साल भर बाद पहली बार ऐसा लम्हा होगा जब क्लास एक से क्लास 1-12 तक के स्कूल में ऑफलाइन पढ़ाई शुरू होगी.